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JCB मशीनों में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न प्रकार के तेलों

1. इंजन ऑयल (Engine Oil) – JCB का दिल संभालता है

  • क्या करता है: इंजन के अंदर जब पिस्टन, वाल्व और शाफ्ट जैसे पार्ट्स काम करते हैं, तो बहुत तेज घर्षण और गर्मी पैदा होती है। इंजन ऑयल इस घर्षण को कम करता है, गर्मी को बाहर निकालता है और पार्ट्स को घिसने से बचाता है।

  • अगर सही तेल न हो: इंजन जल्दी गर्म हो जाएगा, आवाज करेगा और समय से पहले खराब हो सकता है।

  • कैसे चुने: हमेशा JCB द्वारा बताई गई ग्रेड (जैसे 15W-40) का ही इस्तेमाल करें, और मौसम (गर्मी/सर्दी) के अनुसार भी ध्यान रखें।


2. हाइड्रोलिक ऑयल (Hydraulic Oil) – मशीन की ताकत

  • क्या करता है: JCB में आर्म, बूम, बकेट, ब्रेकर आदि सब हाइड्रोलिक पावर से चलते हैं। हाइड्रोलिक ऑयल इन सभी को बल देता है और हाइड्रोलिक पंप और मोटर को भी चिकनाई देता है।

  • अगर सही तेल न हो: मशीन की मूवमेंट धीमी हो सकती है, हाइड्रोलिक पंप फेल हो सकता है या जाम हो सकता है।

  • कैसे चुने: हमेशा क्लीन (साफ) और सही ग्रेड (जैसे HP46) का हाइड्रोलिक ऑयल भरें। गंदा तेल नुकसान करता है।


3. ट्रांसमिशन ऑयल (Transmission Oil) – ताकत को सही ढंग से पहुँचाता है

  • क्या करता है: JCB की पावर इंजन से गियरबॉक्स और फिर टायर तक जाती है। ट्रांसमिशन ऑयल गियर बदलने को स्मूथ बनाता है और गियर को घिसने से बचाता है।

  • अगर सही तेल न हो: गियर बदलने में दिक्कत होगी, झटके आएंगे, और ट्रांसमिशन जल्दी खराब हो सकता है।

  • कैसे चुने: अगर मशीन में वेट ब्रेक सिस्टम है, तो उसी के अनुसार ऑयल लें।


4. एक्सल ऑयल (Axle Oil) – भारी वजन झेलने वाला ऑयल

  • क्या करता है: एक्सल और डिफरेंशियल गियर मशीन का वजन और टॉर्क (बल) संभालते हैं। एक्सल ऑयल गियर को घर्षण से बचाता है और ज्यादा लोड उठाने में मदद करता है।

  • अगर सही तेल न हो: गियर टूट सकते हैं या गड़गड़ाहट की आवाज आने लगेगी।

  • कैसे चुने: SAE 90 या 80W-90 जैसा भारी गियर ऑयल होना चाहिए।


5. कूलेंट (Coolant) – इंजन का डॉक्टर

  • क्या करता है: इंजन जब चलता है तो बहुत गर्म हो जाता है। कूलेंट इंजन को ठंडा रखता है और ओवरहीटिंग से बचाता है। सर्दियों में जमने से भी बचाता है।

  • अगर सही कूलेंट न हो: इंजन गरम होकर ब्लॉक फट सकता है या मशीन बंद हो सकती है।


6. ग्रीस (Grease) – जोड़ो का रक्षक

  • क्या करता है: JCB के मूविंग जोड़ जैसे बूम, बकेट, आर्म के पिन और बुश हमेशा मूव करते रहते हैं। ग्रीस उन्हें घिसने से बचाती है और स्मूद मूवमेंट देती है।

  • अगर सही ग्रीस न हो: जोड़ जल्दी घिसेंगे, आवाज आने लगेगी और पिन-बुश को बदलना पड़ेगा।

  • कैसे चुने: हेवी ड्यूटी, वाटर रेसिस्टेंट ग्रीस सबसे बढ़िया रहती है।


🔥 यदि सही तेल इस्तेमाल करें तो फायदे:

  • मशीन की लाइफ 2x तक बढ़ सकती है।

  • फ्यूल की बचत होती है (कम घर्षण = कम डीजल खपत)।

  • सर्विसिंग का खर्चा कम होता है।

  • अचानक खराबी (ब्रेकडाउन) से बचा जा सकता है।

❌ यदि गलत तेल या खराब क्वालिटी का तेल भरें तो नुकसान:

  • इंजन फेल हो सकता है।

  • पंप और मोटर महंगे पड़ सकते हैं।

  • मशीन जल्दी पुरानी लगने लगती है।


छोटा सा सलाह:
JCB हमेशा अपने ब्रांड के तेल (JCB Genuine Oils) का उपयोग करने को कहता है, या फिर उसी के बराबर ग्रेड वाला किसी अच्छी कंपनी का तेल इस्तेमाल करें (जैसे Shell, Castrol, Mobil)।

🚜 JCB मशीन का ऑयल चेंज शेड्यूल (Oil Change Schedule)

तेल का प्रकारपहली बार (New Machine)इसके बाद (हर कितने घंटे में)टिप्पणी
इंजन ऑयल (Engine Oil)250 घंटेहर 500 घंटेहर बार इंजन ऑयल फ़िल्टर भी बदलें।
इंजन ऑयल फ़िल्टर (Oil Filter)250 घंटेहर 500 घंटेऑयल बदलते समय अनिवार्य रूप से बदलें।
हाइड्रोलिक ऑयल (Hydraulic Oil)1000 घंटेहर 1000 घंटेहाइड्रोलिक फिल्टर भी बदलें।
हाइड्रोलिक ऑयल फ़िल्टर500 घंटेहर 500 घंटेसफाई या बदलना ज़रूरी।
ट्रांसमिशन ऑयल (Transmission Oil)1000 घंटेहर 1000 घंटेट्रांसमिशन फिल्टर भी चेक करें।
एक्सल ऑयल (Axle Oil)1000 घंटेहर 1000 घंटेयदि भारी उपयोग हो तो जल्दी बदलें।
डिफरेंशियल ऑयल (Differential Oil)1000 घंटेहर 1000 घंटेअक्सर एक्सल और डिफरेंशियल का तेल एक ही होता है।
ग्रीसिंग (Greasing)हर दिन या 10 घंटेहर दिन या काम के अनुसारसभी पिन्स और बुशेस पर करें।
कूलेंट (Coolant)1000 घंटेहर 1000 घंटेआवश्यकता अनुसार टॉप-अप करें।

ज़रूरी बातें:

  • हर दिन काम से पहले मशीन का ऑयल लेवल चेक करें।

  • हाइड्रोलिक ऑयल और इंजन ऑयल का रंग अगर गहरा या गंदा लगे तो समय से पहले भी बदलें।

  • बारिश या धूल भरे मौसम में थोड़ा जल्दी सर्विस करें।

  • हमेशा जेन्युइन JCB ऑयल और फिल्टर्स का ही उपयोग करें।

  • सर्विसिंग के बाद मशीन की सभी फिटिंग्स और जोड़ (नट-बोल्ट) को टाइट करें।


🎯 ऑयल चेंज की छोटी ट्रिक:

“500-1000-1000” रूल याद रखें:
➡️ इंजन ऑयल हर 500 घंटे में
➡️ बाकी (हाइड्रोलिक, ट्रांसमिशन, एक्सल) हर 1000 घंटे में

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